योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
Devotees who chant these verses with extreme really like turn into prosperous through the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to possess youngsters, have their dreams fulfilled right after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
It really is thought that frequent chanting of Chalisa brings joy, peace, and prosperity from the life in the devotees.
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
Irrespective of just one’s social standing or authority, By reciting this, they attain purity and victory. Even those who are childless and craving for wishes, Will surely receive blessings with the grace of Lord Shiva.
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा shiv chalisa in hindi तबहिं पुरारी॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
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